Wednesday, April 7, 2010

कॉफी से चलेगी कार

थोड़ा अजीब सा लगता है, लेकिन विज्ञान के इस खेल में सब कुछ संभव है। ‘गो ग्रीन’ के उद्घोष के बीच पर्यावरण और प्राकृतिक ईंधन बचाने के हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं। ऐसे में यह विचार भी कोई बुरा नहीं है। इस विचार को अमलीजामा पहनाने के लिए 1988 फॉक्सवैगन सिरोको मॉडल को चुना गया।

पूरा तामझाम फिट करने के बाद इस कार ने एस्प्रेसो के 56 कप गटककर एक मील का फासला तय किया। हालांकि इस तरह आया खर्च गैस से चलने वाली कारों की तुलना में कई गुना अधिक है, लेकिन है तो यह एक नया प्रयोग ही।


इस विचार का जन्म बीबीसी 1 के विज्ञान कार्यक्रम ‘बैंग गोज द थ्योरी’ के संदर्भ में हुआ। अब कॉफी से कार चलाने वाले ब्रिटेन के उत्साही शोधार्थियों का लक्ष्य मैनचेस्टर से लंदन के बीच 210 मील की दूरी नापने का है।

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