
लंदन. आपके कीबोर्ड और कम्प्यूटर पर जमा धूल आपके फेफड़ों पर एक अलग ही ढंग से कुप्रभाव डाल सकती है। यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक कम्प्यूटर से लेकर शैम्पू तक हर रोज प्रयोग होने वाले उत्पादों में मौजूद नन्हे कण फेफड़ों पर अलग ही तरह से प्रभाव डालते हैं।
विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों का कहना है कि सूक्ष्म कणों (नैनो पार्टिकल्स) का प्रयोग करने वाली निर्माण इकाइयों को इनकी जद में आने वाले कर्मचारियों पर पड़ने वाले प्रभावों का पता होना चाहिए। नैनो पार्टिकल्स एक मानव बाल की मोटाई से भी दस हजार गुणा छोटे कण होते हैं।
औद्योगिक इकाइयों में विभिन्न उत्पाद बनाने में प्रयोग किए जाने वाले रसायनों में मौजूद यह कण बेहद घातक होते हैं। यह कण सांस के दौरान शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। हालांकि इनका उत्पादों में प्रयोग किए जाने के बाद इतना खतरा नहीं होता है। चूहों पर किए अध्ययन के दौरान देखा गया कि चार अलग तरह के सूक्ष्म कणों से फेफड़े क्षतिग्रस्त हुए।










न्यूयॉर्क. गूगल ने डिश के साथ मिलकर एंड्रॉइड प्लेटफार्म से चलने वाले टेलीविजन सेटटॉप बॉक्स लाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके बाजार में आने के बाद टीवी दर्शकों को यू-ट्यूब, मेटाकैफे और इंटरनेट पर उपलब्ध कई मीडिया चैनलों के उपयोग करने का मौका मिलेगा।
नयी दिल्ली. मानव का मस्तिष्क सिकुडता जा रहा है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मनुष्य की दिमागी क्षमता में कमी हो रही है बल्कि उसका मस्तिष्क सिकुडते कम्प्यूटर की तरह ज्यादा कुशल बनता जा रहा है।
शहरवासियों में बढ़ रहे तनाव को अब बोतलबंद हवा कम करेगी। बोतलबंद हवा पेश करने वाले नेशनल ट्रस्ट का मानना है कि हवा का हर जार कम से कम दस मिनट का तनाव खत्म करेगा। ब्रिटेन के समुद्री किनारों और ग्रामीण क्षेत्रों की यह हवा तमाम खुशबुओं में उपलब्ध होगी।
लंदन. ब्रिटेन की सरकार सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक पर दबाव डाल रही है कि वह अपने वेब पेजेस पर एक ‘पैनिक बटन’ उपलब्ध कराए। ताकि बच्चे किसी तरह का खतरा महसूस होने पर इसका इस्तेमाल कर तुरंत पुलिस की मदद मांग सकें।
बीबीसी के आई-प्लेयर और चैनल फोर के ऑन डिमांड सर्विस के मुकाबले माइक्रोसॉफ्ट फ्री ऑनलाइन वीडियो सुविधा की शुरुआत करेगा। इसमें यूजर्स को कुछ कॉमेडी शो और लोकप्रिय धारावाहिकों को मुफ्त देखने की छूट दी जाएगी। हालांकि एमएसएन का यह भी कहना है कि इसेक बदले यूजर्स को शो की शुरुआत से लेकर बीच-बीच में कई विज्ञापन भी झेलने होंगे। वीडियो को लोकप्रिय बनाने के लिए एमएसएन कई धारावाहिक निर्माताओं और फिल्म कंपनियों से करार करने की कोशिश कर रहा है। एमएसएन ने कहा कि इस ऑनलाइन वीडियो सेवा को माइक्रोसॉफ्ट के गेमिंग कंसोल एक्सबॉक्स 360 से जोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
जापान की एक फोन कंपनी ने एक ऐसी तकनीक बाजार में पेश की है, जिसके जरिए बॉस अपने कर्मचारियों के मोबाइल फोन कॉल्स पर नजर रख सकेगा। केडीडीआई कॉपरेरेशन की इस तकनीक में एक कैमरा कर्मचारियों के मोबाइल फोन कॉल्स की संख्या को ट्रैक करेगा। कैमरा यह देखेगा कि कर्मचारी को कितने कॉल्स आते हैं और वह कितनी बार अपनी सीट से उठकर उन्हें अटैंड करने बाहर जाता है। यह जानकारी कंपनी के मुख्यालय को भेजी जाएगी। केडीडीआई कंपनी के अधिकारियों ने दावा किया कि नई तकनीक से कर्मचारियों के व्यवहार का बेहतर तरीके से आकलन किया जा सकेगा। इसके अलावा उनके कामकाज को भी बेहतर बनाया जा सकेगा।
जापान के कुछ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में ऐसे हाई-टेक टॉयलेट लगाए गए हैं, जो किसी स्टारशिप के पायलट की सीट से कम नहीं हैं। इनमें मोशन सेंसर फ्लश, ऑटोमेटिक कंट्रोल पैनल, डीऑडोराइजिंग फीचर्स, खास साउंड इफेक्ट्स जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। इसके अलावा इसमें हीटेड व सेल्फ क्लीनिंग सीट्स सुविधा भी होगी। ये टॉयलेट पूरी तरह से पेपरलेस होंगे।
नयी दिल्ली. अब आपके विचार गोपनीय नहीं रहे। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा टेलीपैथी कम्प्यूटर विकसित करने में कामयाबी हासिल कर ली है, जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति क्या सोच रहा है।
सिडनी. यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जो एक्स-रे के सहारे यह पता लगा सकता है कि दीवार से दूसरी ओर कौन है और वहां क्या हो रहा है। सॉफ्टवेयर के विकासकर्ता क्रिश्चियन सेंडोर ने कहा कि यह एप्लीकेशन फोन के कैमरे के साथ मिलकर काम करता है। इसे डाउनलोड करने के बाद यूजर जब किसी बिल्डिंग की ओर कैमरा घुमाएगा तो उसे उसके अंदर हो रही गतिविधि के बारे में थ्री-डी तकनीक के जरिए सारी जानकारी मिल जाएगी। सॉफ्टवेयर के निर्माताओं ने इस तकनीक के उपयोग के लिए नोकिया कंपनी के साथ समझौता किया है। कंपनी अगले दो साल में इसे बाजार में पेश करेगी।
टोक्यो. थ्री-डी तकनीक इसी साल से टेलीविजन में भी प्रवेश कर जाएगी। सोनी और सैमसंग ने इसका ऐलान कर दिया है। सोनी इस साल ढाई करोड़ एलसीडी टीवी बाजार में लाएगी, जिनमें से 10 फीसदी थ्री-डी तकनीक से लैस होंगे। इसके अलावा सोनी ने थ्री-डी गेम सॉफ्टवेयर भी पेश करने की योजना बनाई है। सैमसंग ने 46 और 55 इंच आकार वाले थ्री-डी टीवी अगले कुछ महीनों में लाने का घोषणा की है। थ्री-डी टीवी की लोकप्रियता बढ़ने के साथ ही फिल्म व धारावाहिकों के निर्माता तेजी से एनीमेशन तकनीकों की ओर मुड़ेंगे। अब देखना यह है कि एचडीटीवी तकनीक वाले टीवी खरीदने वाले अपने सेट को अपडेट करने को कितने तैयार होते हैं।
लंदन. इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर अब दुनिया भर में इस तक पहुंच को मौलिक अधिकार बनाने की मांग जोरदार ढंग से उठने लगी है। बीबीसी वल्र्ड सर्विस के लिए ग्लोब स्कैन द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण से यह नतीजा सामने आया है। यह सर्वेक्षण भारत, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको और नाइजीरिया सहित 26 देशों में हुआ। इसमें 27,000 लोगों ने भाग लिया था।
निक उपकरण बनाया है। इसे दरवाजे के एक तरफ लगाकर आप चैन की नींद सो सकते हैं। डिवाइस में एक यूनीक पिन कोड होगा। इसे दबाकर और इलेक्ट्रॉनिक चाबी को उपकरण के सामने लहराकर आप दरवाजा खोल सकेंगे। एप्पल को फिलहाल अपने इस नए उपकरण के पेटेंट का इंतजार है। कंपनी इस तकनीक को आने वाले दिनों में अपने आईफोन पर भी इस्तेमाल कर सकती है। तब आपका मोबाइल फोन ही दरवाजा खोलने के लिए काफी होगा।






















