Saturday, April 3, 2010

आतंक के खिलाफ नाक होगी मददगार एजेंसी


लंदन ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय जंग में एक नया हथियार तलाशा है। यह हथियार आदमी की नाक है। बाथ विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने नाक की बनावट का अध्ययन करने के लिए एक नई तकनीक विकसित की है।


विशेषज्ञों का दावा है कि इससे गैरकानूनी आव्रजकों, आतंकवादियों और अपराधियों की पहचान करने में मदद मिलेगी। हाई टैक स्कैनर वाली इस तकनीक को फोटो फेस के नाम से जाना जाता है। नाक पर अनुसंधान करने वाले डॉ. एड्रिअन इवैन का ने यह दावा किया है।


कैसे करेगी काम :


किसी आदमी की नाक की चार तस्वीरें विभिन्न कोणों से ली जाएगी। उसके बाद नाक की बनावट का तुलनात्मक विश्लेषण छह मुख्य आकारों रोमन, ग्रीक, नूबियन, हॉक, स्नब और टर्न अप से की जाएगी। इसके बाद हर नाक की जांच एक कंप्यूटर साफ्टवेयर की मदद से की जाएगी। सबसे ऊपरी हिस्से जहां भवें मिलती हैं, नाक अग्र हिस्से का विश्लेषण किया जाएगा।
कि आइरिस और फिंगरप्रिंट स्कैन से पहचान करने से कहीं ज्यादा नाक के आधार पर पहचानना है।

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